Skip to main content

अपनी लोक संस्कृतियों के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहें


 हरिद्वार। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर विश्व पर्यटन संगठन द्वारा निर्धारित थीम टूरिज्म फाॅर इनक्लूसिव ग्रोथ विषय पर पर्यटन विभाग हरिद्वार के तत्वावधान एवं होटल एसोसिएशन के सहयोग से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में उत्तराखंड में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ योगाचार्य रजनीश आचार्य, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सीमा नौटियाल, बजट होटल एसोसिएशन के अशोक कुमार तथा अध्यापिका स्नेलता अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी सीमा नौटियाल ने पर्यटन विकास में संस्कृति के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड एवं हरिद्वार अपनी अध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्ता के कारण विश्वभर में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है। तीर्थनगरी में विभिन्न देशों और धर्मों के करोड़ों लोग आध्यात्मिक उन्नयन, गंगा स्नान हेतु वर्षपर्यन्त आते रहते हैं। इसके अलावा सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक महत्ता की दृष्टि से भी यह तीर्थ और पर्यटन स्थल देश दुनिया में शांति का संदेश प्रसारित कर रहा है। देश में बहुधर्मी लोगों के रहते हुए भी भारत एक लोकप्रिय लोकतांत्रिक राष्ट्र है, यही हमारी पहचान है। लिहाजा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपनी लोक संस्कृतियों के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। बताया कि विश्व में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक एकता के लिए विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 27 सितंबर 1980 को हुई थी। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से विभिन्न स्कूलों में पेंटिंग एवं निबन्धन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों एवं छात्राओं को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण भी किया गया। संगोष्ठी में जाहन्वी नौटियाल एवं नन्हें बच्चों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए। मौके पर साहसिक पर्यटन गतिविधियों को बढावा देने के उद्देश्य से जनपद हरिद्वार से 15 युवाओं को 27 सितम्बर से 11अक्टूबर तक साहसिक खेल अकादमी टिहरी में स्थित वाटर स्पोर्ट्स एण्ड एडवेंचर इंस्टीट्यूट आईटीबीपी टिहरी में 15 दिवसीय बेसिक क्याकिंग प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान रामेश्वर प्रसाद, रजनी रावत, मुकुल राठी, मनोज कुमार, गम्भीर सिंह कोहली, तीरथ सिंह रावत, किरण भटनागर, नितिन शर्मा, ट्रेवल व्यवसायी सुमित श्रीकुंज, अखिलेश चैहान, प्रताप चैहान आदि उपस्थित रहे।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।