हरिद्वार। भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ तथा भूमा परिवार के शिष्यगणों द्वारा सद्गुरुदेव भगवान, पुण्य श्लोक, स्वामी भूमानन्द तीर्थ का प्रकटोत्सव गुरुवार को श्रद्धा व निष्ठा के साथ सिद्धपीठ भूमा निकेतन भूपतवाला हरिद्वार में मनाया गया। भूमापीठाधीश्वर ने आश्रम में स्वामी भूमानन्द तीर्थ की प्रतिमा एवं उनकी चरणपादुकाओं का विधिवत पूजन-अर्चन किया तथा रानीपुर झाल, ज्वालापुर स्थित कृषि भूमि पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, सेवानिवृत्त आईएएस राजीव गुप्ता, उपमा गुप्ता द्वारा पर्यावरण की सुरक्षा एवं संवर्धन के लिए पौधरोपण किया गया। जिसमें श्री स्वामी भूमानन्द नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने फलदार पौधे लगाये। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि पर्यावरण संबंधी पौधरोपण योजना में उन्हें सम्मिलित करने पर भूमापीठाधीश्वर का आभार जताया। इस दौरान सेठ लाला इन्द्र प्रकाश, एनपी सिंह,श्री स्वामी भूमानन्द अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक,डा. आकाश जैन,संयुक्त सचिव देवराज सिंह तोमर,प्रबंधक राजेन्द्र शर्मा तथा श्री स्वामी भूमानन्द नर्सिंग कॉलेज व श्री स्वामी भूमानन्द पैरामेडिकल इस्टीच्यूट की प्रधानाचार्य, प्रो.एस.एंगयार कन्नी समेत अध्यापक-अध्यापिकायें छात्र-छात्रायें आदि शामिल हुईं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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