हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज व कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी प्रतिभावान राजनीतिज्ञ हैं। उनके नेतृत्व में पंजाब का चहुंमुखी विकास होगा। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि चरणजीत चन्नी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है। विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने पंजाब के लोगों की सेवा में योगदान दिया। उनके मुख्यमंत्री बनने से पंजाब का तेजी से विकास होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा। किसानों की समस्या का समाधान होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दलित समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाकर सराहनीय निर्णय लिया है। दलित समाज के व्यक्ति के मुख्यमंत्री बनने से सामाजिक समरसता बढ़ेगी। महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि कृषि प्रधान राज्य पंजाब देश का देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि संत समाज सदैव ही राष्ट्रहित में अपना योगदान देता चला आ रहा है। राजनैतिक दलों के साथ समन्वय स्थापित कर देश के विकास में सभी को योगदान करना चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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