हरिद्वार। राज्य सूचना आयुक्त ने समय पर सूचना नहीं दिए जाने पर अधिशाशी अभियंता सिंचाई खंड हरिद्वार पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। जुर्माने में से 15 हजार रुपये सरकारी कोष और 5 हजार रुपये अपीलकर्ता रमेश शर्मा को देने के निर्देश दिए हैं। सूचना मांगने के 11 माह 14 दिन बीतने के बाद भी तर्कसंगत सूचना नहीं दिए जाने पर सूचना आयोग ने ये कार्रवाई की है। राष्ट्रीय सूचना अधिकार जागृति मिशन के अध्यक्ष रमेश चंद शर्मा ने चंडी पुल पार नमामि गंगे घाट के निर्माणाधीन सुरक्षा और मानकों पर सवाल उठाते हुए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भेजा था। ज्ञापन में नमामि गंगे घाट के निर्माण को लेकर यह सवाल उठाया गया था कि सुरक्षा की दृष्टि से घाट गंगा से पीछे बनाए जाने चाहिए। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कार्यालय से मामले में राज्य के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर कार्रवाई करने को कहा गया। रमेश चंद शर्मा का आरोप है कि किसी ने भी सुरक्षा मानकों को दरकिनार करके चंडी पुल के नीचे नमामि गंगे घाट बना दिया गया। अब बरसात के दिनों में गंगा में जल स्तर बढ़ने पर नमामि गंगे घाट गंगा में डूबा रहता है। सुरक्षा मानकों को लेकर रमेश चंद शर्मा ने अधिशाशी अभियंता संचाई खंड हरिद्वार से इसकी पूरी जानकारी मांगी तो संबंधित विभाग ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पत्र की जानकारी से इनकार कर दिया। जिसके बाद रमेश चंद शर्मा ने आयोग के माध्यम से दोनों पत्र संबंधित विभाग को उपलब्ध कराए। इसके बाद भी जवाब न मिलने पर सूचना आयोग ने जुर्माने की कार्रवाई की है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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