हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त विगत एक सप्ताह पूर्व होटल में हरियाणा की शिक्षिका के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में काॅलेज के ही तीन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार मामले में शिक्षिका के बेटे की शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में अंबाला पॉलिटेक्निक कॉलेज के एक एचओडी और दो लेक्चरर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताते चले कि करीब एक सप्ताह पूर्व कोतवाली नगर क्षेत्रान्गर्त उत्तरी हरिद्वार के भीमगोड़ा स्थित एक होटल के कमरे में सविता निवासी ग्रेटर कैलाश कॉलोनी अंबाला का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था। सविता अंबाला के पॉलिटेक्निक महिला कालेज में प्रवक्ता के पद पर तैनात थीं। महिला के पास से मिले सुसाइड नोट में उनके सहकर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप था। इस मामले में मृतका के बेटे अर्पण निवासी गांव आसौदा टोडरान थाना खास जिला झज्जर हरियाणा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी माता सविता अंबाला शहर के कल्पना चावला गवर्नमेंट पालिटेक्निक महिला में वर्ष 2009 से प्रवक्ता लाइब्रेरी एंड इनफारमेंशन साइंस के पद पर तैनात थीं। इसी संस्था में कार्यरत कृष्णा रानी भोरिया लेक्चरर इंगलिश, डॉ. बिंदु आनंद एचओडी लाईब्रेरी एंड इनफोरमेशन साइंस, उषा रानी लेक्चरर लाइब्रेरी एंड इनफोरमेंशन साइंस भी कार्यरत हैं। ये सभी वर्ष 2017 से उनकी माता का उत्पीड़न करते आ रहे थे। मां ने इस मामले के सम्बन्ध में उसे, मामा, मामी और बहन अर्पिता को भी करीब डेढ साल पहले बताया था। तीनों महिला सहकर्मियों को समझाने के प्रयास करने के बाद भी वह नहीं मानी। एक अक्तूबर को घर से हरिद्वार घूमने की बात कहकर उनकी माता सविता आई थी। इसके बाद पुलिस से चार अक्तूबर को उनके सुसाइड की जानकारी मिली। इसके तुरंत बाद अर्पण अपने मामा कुलदीप, दिनेश व अनिल के साथ हरिद्वार आए और पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कराया। नगर कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत के अनुसार मृतका के बेटे की शिकायत पर मामले में कृष्णा रानी भोरिया, डॉ. बिंदु आनंद, उषा रानी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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