हरिद्वार। कांग्रेस प्रदेश सचिव महेश प्रताप राणा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में गाँव गाँव कांग्रेस कार्यक्रम चलाया जा रहा है। महेश प्रताप राणा ने कहा कि महात्मा गाँधी का कहना था की भारत की आत्मा और संस्कृति गांवों में ही निवास करती है। देश की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी अभी भी गांवों में निवास करती है। जिनका मुख्य काम आज भी और रोजगार खेती व् कृषि आधारित उद्योग है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री व महात्मा गाँधी यह मानते थे कि भारत के विकास और प्रगति के केंद्र में मुख्य भूमिका में देश के किसान और गांव ही रहेंगे। उत्तराखडं प्रदेश कांग्रेस ने 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस आपके गाँव कार्यक्रम चलाया है। महेश प्रताप राणा ने बताया कि कार्यक्रम के अनुसार 01 अक्टूबर की शाम वे आन्ने ग्राम में रात्रि निवास करेंगे। 2 अक्टूबर को ग्रामवासियों के साथ महात्मा गाँधी को पुष्पांजलि भेंट करते हुए राष्ट्रगान करेंगे। इसके बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों से उनकी समस्याएं सुनकर समाधान के लिए उनके सुझाव एकत्रित करेंगे जो की कांग्रेस पार्टी के 2022 के चुनावी घोषणा पत्र के लिए महत्वपूर्ण विषयों के रूप में शामिल किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त गाँव के स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों से मिलाकर उन्हें सम्मानित करेंगे और उनके साथ महात्मा गाँधी एवं शास्त्री जी के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। ग्राम औरंगाबाद में प्रभात फेरी, के बाद युवाओं की एवं महिलाओं की चैपाल कार्यक्रम के द्वारा उनके समस्याए एवं सुझाव एकत्रित करते हुए देश की गाँवो में बस्ती हुई आत्मा और इसके लिए अपने संघर्ष के वायदे को दोहराएंगे। कार्यक्रम के दौरान महेश प्रताप सिंह राणा के साथ डा.संजय पालीवाल, सीपी सिंह, अशोक उपाध्याय, मनीराम बागड़ी, मोहन राणा, कमल रोहिला, राज कश्यप, प्रदीप आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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