उत्तरकाशी। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े द्वारा संचालित पवित्र छड़ी यात्रा गंगोत्री धाम पहुची। जहां तीर्थ पूरोहितों तथा मन्दिर समिति के अध्यक्ष पं0 सुरेश सेमवाल,मंत्री प्रवीन सेमवाल,प्रेम बल्लभ,अरूण सेमवाल ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की तथा पतित पाविनी माॅ गंगा के दर्शन व स्तुति करवाई। इससे पूर्व प्रातः उत्तर काशी के कानूनगो ,पटवारी प्रकाश रमोला ने श्रद्वालुओं के जयघोष के मध्य पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर गंगोत्री धाम के दर्शनों के लिए रवाना किया। प्रदेश सरकार द्वारा घोषित राजकीय छड़ी यात्रा की समस्त व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा की जा रही रही है। जिसके चलते पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था के साथ पुलिस एस्कार्ट एवं प्रशासनिक अधिकारी भी छड़ी के साथ चल रहे है। गंगोत्री धाम में पटवारी महावीर नौटियाल द्वारा पवित्र छड़ी की आगवानी कर समस्त व्यवस्थायें करायी गयी। पवित्र छड़ी के उत्तरकाशी आगमन पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पूजा अर्चना कर आगवानी की थी। गंगोत्री धाम में पूजा अर्चना के पश्चात जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने बताया पवित्र छड़ी अब सीतामढ़ी तीर्थ के लिए रवाना होगी। उन्होने कहा सीतामढ़ी भी पौराणिक तीर्थ है,जहां सीता माता ने पृथ्वी की गोद में समाधि ली थी। लेकिन जानकारी के अभाव में यह तीर्थ वह प्रतिष्ठा नही प्राप्त कर सका,जितनी अपेक्षा की जा रही थी। छड़ी यात्रा का एक उददे्श्य यह भी है कि उत्तराखण्ड के सभी ऐसे पौराणिक तीर्थस्थल जो कि उपेक्षित है,उनका जीर्णोद्वार किया जाये,ताकि तीर्थाटन व पर्यटन के माध्यम से स्थानीय नागरिकों को रोजगार मिल सके। उन्होने कहा पवित्र छड़ी यात्रा के माध्यम से उत्तराखण्ड में समग्र विकास,पलायन पर रोक तथा दूरस्थ दुगर्म सीमांतवर्ती क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने है। इस पवित्र छड़ी यात्रा का नेतृत्व चारो मढ़ियों के मुखिया श्रीमहंत विशम्भर भारती,श्रीमहंत पुष्कराज गिरि, श्रीमहंत कुशपुरी, आशुतोष गिरि, महंत वशिष्ठ गिरि, गौतम गिरि, अमृतपुरी, धर्मेन्द्र पुरी, आजाद गिरि,रणधीर गिरि आदि कर रहे है।
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