हरिद्वार। थाना कनखल क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। कनखल थानाध्यक्ष दीपक कठैत ने बताया कि दुर्घटना करीब साढे बारह बजे के आस पास घटित हुई। बैरागी कैंप से वापस लौट रहे भगवती प्रसाद 61 वर्ष पुत्र राम नारायण निवासी ज्ञान लोक कालोनी कनखल की मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर सड़क के पास खड़ी एक प्राइवेट बस में जा टकराई। घायल बुजुर्ग को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कई घंटों तक चले उपचार के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुचकर प्राईवेट बस कब्जे में ले ली गई है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। दूसरी ओर कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में रविवार देर शाम सब्जी लेने की बात कहकर घर से गए युवक का शव सोमवार सुबह रजवाहे में मिला। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सामने आ सकेगी। क्षेत्र के गांव सराय का रहने वाला नितिन चैहान 35 वर्ष पुत्र प्रेमचंद सिडकुल की एक औद्योगिक इकाई में कार्यरत था। रविवार की शाम वह अपनी पत्नी से सब्जी लेकर आने की बात कहकर निकला था लेकिन देर रात तक वापस लौटकर नहीं आया। परिजनों ने उसे काफी तलाश किया लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। परिजन अभी पुलिस को इस संबंध में सूचना देने की तैयारी कर रहे थे कि सुबह के वक्त उसका शव सराय गांव के पास रजवाहे में मिला। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को रजवाहे से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्तम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। कोतवाली प्रभारी के अनुसार मामले की जांच की जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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