हरिद्वार। उत्तराखंड में भारी बारिश से हुई तबाही (आपदा ) में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय हिंदू वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रमोहन कौशिक ने कहां की उत्तराखंड मैं निरंतर आने वाली आपदाएं अत्यंत चिंता का विषय है। इन आपदाओं से सबक लेते हुए इन्हें रोकने एवं कम करने के लिए उत्तराखंड सरकार को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बोर्ड का गठन कर आपदा से बचाव के प्रभावी एवं मजबूत इंतजाम किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड मैं भारी बरसात होने के कारण भूस्खलन, बादल फटने, बाढ़ आने, संबंधी आपदाएं निरंतर आती रहती हैं जिस कारण उत्तराखंड वासियों एवं तीर्थ यात्रियों को अपनी जानमाल का भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैज्ञानिक तकनीक इतनी मजबूत है की जब बरसात का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है तो उससे होने वाले जानमाल के नुकसान को भी कम करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति से धरातल पर ठोस कार्य योजनाएं तैयार की जा सकती है। उन्होंने कहां की उत्तराखंड सरकार को मजबूत एवं दृढ इच्छाशक्ति से धरातल पर प्रभावी एवं ठोस कार्य योजनाएं तैयार कर उत्तराखंड में आपदा प्रभावित अति संवेदनशील जिलो (क्षेत्रों) को चिन्हित कर उन में होने वाले जानमाल के नुकसान को रोकने एवं कम करने के लिए प्रभावी रूप से युद्ध स्तर पर कार्य करना चाहिए ।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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