हरिद्वार। बुधवार को पितृ विसजनी अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्वालुओं द्वारा गंगा स्नान करने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सीमित यातायात प्लान की घोषणा की गई है। पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह 4 बजे से लागू होने वाला यातायात प्लान स्नान की समाप्ति तक लागू रहेगा। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की है। यातायात पुलिस की ओर से शहर के अंदरूनी मार्गों पर जाम से बचने को भी यातायात प्लान लागू किया है। ज्ञात रहे कि पितृ विसर्जनी अमावस्या के दिन बड़े पैमाने पर लोग पितृ विसर्जन करने के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं। इस दौरान आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों से लोग ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर हरिद्वार आते हैं। यात्रियों की भारी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए पुलिस की ओर से जारी प्लान के अनुसार दिल्ली, मेरठ मुज्जफरनगर की ओर से हरिद्वार आने वाले ट्रैक्टर ट्राली व बस ऋषिकुल मैदान में पार्क होंगे। छोटे वाहनों कार व जीप हरिराम इंटर कालेज मैदान, गड्ढा पार्किंग, रोडीबेलवाला व पंतद्वीप पार्किंग में पार्क किए जाएंगे। बिजनौर और नजीबाबाद की ओर से आने वाले ट्रैक्टर ट्राली व बस बैरागी कैंप पार्किंग मैदान में पार्क होंगे। देहरादून-ऋषिकेश की ओर से आने वाले ट्रैक्टर ट्राली और बसें जयराम मोड़ कट से टर्न कराकर पंतद्वीप पार्किंग में खड़ी की जाएंगी। तुलसी चैक से देवपुरा चैक के मध्य किसी भी प्रकार का वाहन प्रतिबंधित रहेगा। शंकराचार्य चैक से तुलसी चैक की ओर लोकल पब्लिक वाहनों को छोड़कर बाहरी राज्यों के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। शिवमूर्ति चैक अंदर से ऑटो, विक्रम, ई रिक्शा वाहन तुलसी चैक की ओर प्रतिबंधित रहेंगे। चंडीचैक ललतारो पुल से वाल्मीकि चैक की ओर लोकल पब्लिक वाहनों को छोड़कर सभी बाहरी राज्यों के वाहन प्रतिबंध रहेंगे ।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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