हरिद्वार। हरियाणा, गुजरात एवं राजस्थान से आए संतो ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी एवं महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज का शॉल ओढ़ाकर एवं फूल माला पहनाकर स्वागत किया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नवनियुक्त कार्यकारिणी का गठन होने से संत समाज में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है और परिषद को और अधिक बल मिला है। अखाड़ा परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष और महामंत्री हर परिस्थिति में किसी भी आपत्ति विपत्ति का सामना करने में पूर्णरूपेण सक्षम और समर्थ हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जाएगा और जात पात एवं ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाकर सबको समान अधिकार दिया जाएगा। फर्जी संतो के खिलाफ जो मुहिम ब्रह्मलीन पूज्य श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज द्वारा चलाई गई थी। उसे आगे भी जारी रखा जाएगा और समाज को धर्म एवं संस्कृति के प्रति जागृत किया जाएगा। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद साधु संतों की सर्वोच्च संस्था है। जो संतो के हितों और धर्म के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निभा रही है। कहा कि आने वाले प्रयागराज व उज्जैन के कुंभ मेलों को सकुशल संपन्न कराने के लिए संतों में मतभेद भुलाकर आपसी समन्वय स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर महंत झाड़ोल सिंह, स्वामी सूर्यनंद, स्वामी देवानंद, स्वामी सेवानंद, महंत कृष्णपुरी, महंत गोविदंदास सहित हरियाणा, राजस्थान व गुजरात से आए कई संत महंतों ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष और महामंत्री का फूलमाला पहनाकर व शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया और बधाई दी।
हरिद्वार। हरियाणा, गुजरात एवं राजस्थान से आए संतो ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी एवं महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज का शॉल ओढ़ाकर एवं फूल माला पहनाकर स्वागत किया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान अखिल भारतीय संत समिति के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नवनियुक्त कार्यकारिणी का गठन होने से संत समाज में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है और परिषद को और अधिक बल मिला है। अखाड़ा परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष और महामंत्री हर परिस्थिति में किसी भी आपत्ति विपत्ति का सामना करने में पूर्णरूपेण सक्षम और समर्थ हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जाएगा और जात पात एवं ऊंच-नीच का भेदभाव मिटाकर सबको समान अधिकार दिया जाएगा। फर्जी संतो के खिलाफ जो मुहिम ब्रह्मलीन पूज्य श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज द्वारा चलाई गई थी। उसे आगे भी जारी रखा जाएगा और समाज को धर्म एवं संस्कृति के प्रति जागृत किया जाएगा। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद साधु संतों की सर्वोच्च संस्था है। जो संतो के हितों और धर्म के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निभा रही है। कहा कि आने वाले प्रयागराज व उज्जैन के कुंभ मेलों को सकुशल संपन्न कराने के लिए संतों में मतभेद भुलाकर आपसी समन्वय स्थापित किया जाएगा। इस अवसर पर महंत झाड़ोल सिंह, स्वामी सूर्यनंद, स्वामी देवानंद, स्वामी सेवानंद, महंत कृष्णपुरी, महंत गोविदंदास सहित हरियाणा, राजस्थान व गुजरात से आए कई संत महंतों ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष और महामंत्री का फूलमाला पहनाकर व शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया और बधाई दी।
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