हरिद्वार। शुक्रवार को होने वाले दशहरा पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह से चाक चैबंद इंतजाम किए हैं। इस बार पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के साथ कोरोना संक्रमण को देखते हुए मास्क पहनने के लिए भी आयोजकों संग मिलकर आमजन को जागरूक करती नजर आएगी। इस वर्ष दशहरा पर्व पर हरिद्वार जिले में 23 जगहों पर रावण, मेघनाद एवं कुंभकरण के पुतले फूंके जाएंगे। शहर में चमगादड़ टापू, दूधाधारी चैक के पास, भेल के सेक्टर एक, तीन एवं चार, कनखल में कृष्णानगर कालोनी, दक्ष मंदिर कैंपस, जियापोता, जमालपुर, ज्वालापुर में पुल जटवाड़ा, लाल मंदिर के पास, रेलवे अंडरपास के नजदीक के पास पुतले फूंके जाएंगे। पर्व को सम्पन्न् कराने के लिए थाने कोतवाली के अलावा पीएसी की भी तैनाती की जाएगी। पुलिस महकमे की कोशिश रहेगी कि मौके पर अधिक संख्या में भीड़ एकत्र न हो, जिससे की कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन हो सके। मंच से भी कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का पालन करने के लिए आमजन को जागरूक किया जाता रहेगा। एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधीनस्थों को चैकस रहने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए आमजन को उचित दूरी का पालन करने के साथ साथ मास्क लगाने के लिए भी पुलिसकर्मी जागरूक करेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment