हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय और अनामिका हर्बल मिलकर वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में वनस्पति के माध्यम से रोगों के निवारण हेतु वनस्पतियों की उपयोगिता पर शोध कार्य करेंगे। इस संबंध में कुलपति कार्यालय में विश्वविद्यालय व अनामिका हर्बल के बीच हुए एमओयू पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री और अनामिका हर्बल के डायरेक्टर डा. विजय गुप्ता ने हस्ताक्षर किए। प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि निश्चय ही इस अनुबंध के माध्यम से जहां विश्वविद्यालय के छात्रों को शोध के क्षेत्र में और अधिक बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। कुलसचिव डा. सुनील कुमार ने कहा कि हमारे यहां वनस्पति के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। वर्तमान में जरूरत इस बात की है कि इन पर शोध कार्य कर इनका उपयोग मानव जीवन की रक्षा के लिए किया जा सके। डा. विजय गुप्ता ने कहा कि आने वाले समय में गुरुकुल कांगड़ी के साथ मिलकर वनस्पति औषधियों के क्षेत्र में जहां व्यापक शोध किया जा सकेगा, वहीं इसका लाभ दोनों संस्थाओं में कार्य करने वाले शोध वैज्ञानिकों और छात्रों तथा अनामिका हर्बल के वैज्ञानिकों को परस्पर मिलेगा। वनस्पति एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो.नवनीत ने विभाग में चल रहे शोध कार्यों के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डीन रिसर्च प्रो. आरसी दुबे, परीक्षा नियंत्रक प्रो. वीके सिंह, प्रो. मुकेश शर्मा, डा.कार्तिकेय गुप्ता, डा. संदीप, डा.विनीत विश्नोई, डा.चिरंजीव बेनर्जी, कुलभूषण शर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment