हरिद्वार। गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय में चल रहे फार्मेसी सप्ताह के तहत बालीबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन, योगासन, डिबेट, पेन्टिंग, निबंध लेखन तथा स्वीज प्रतियोगिता का समापन हो गया है। गुरुवार को वॉलीबॉल का फाईनल बीपीएड और श्रद्धानंद ग्रुप के मध्य खेला गया। जिसमें बीपीएड ने श्रद्धानंद ग्रुप को सैट स्कोर में 2-1 से हराकर ट्राफी जीती। गुरूकुल इलेवन और फैकल्टी इलेवन के बीच क्रिकेट का फाइनल मुकाबला खेला गया। फैकल्टी इलेवन की टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 ओवर में 6 विकेट पर 106 रन का लक्ष्य तय किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुरूकुल इलेवन की टीम 96 रन आउट हो गई। बैडमिंटन के फाइनल में बालिका वर्ग में डबल में स्वाति तथा आदया की जोड़ी ने सुरभि, भावना को 2-1 से हराया। फैकल्टी वर्ग में डबल मुकाबले में अखिलेश कुमार, हेमवती नंदन ने सतेन्द्र राजपूत, अजेन्द्र कुमार को 2-1 से मात दी। योगासन की क्रियाओं में सतेन्द्र राजपूत ने प्रथम, राजीव तनवार ने द्वितीय, क्वीज में बीपीईएस के पंकज ने प्रथम, माइक्रोबायलॉजी के पंकज ने द्वितीय, निबंध लेखन में शगुन ने प्रथम, अनुष्का ने द्वितीय, ओपन केटेगरी में प्रिंस कश्यप ने पहला, हिमांशु सैनी ने दूसरा स्थान, वाद-विवाद में सुगंध वर्मा ने प्रथम, विशाल त्यागी ने दूसरा, पेंटिंग में बीपीईएस की वैष्णवी शर्मा प्रथम, आदया अग्रवाल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। यहां योग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र कुमार, डॉ. उधम सिंह,डॉ. शिवकुमार चैहान, डॉ. कपिल मिश्रा, डॉ. अनुज कुमार, कनिक कौशल, सुनील कुमार, दुष्यंत राणा, डॉ. प्रिन्स शर्मा, बलवन्त, दीपक नेगी, आशीष पाण्डेय, रवि प्रताप, नरेश रांगडा, डॉ. पीयूष सिंघल आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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