हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने पंचपुरी में बेरोकटोक हो रही स्मैक, चरस, गांजा व शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक लगाने की मांग की है। प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील करते हुए पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि उत्तराखण्ड देवों की तपस्थली है। राज्य की मान मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य के जनपदों में हो रही मादक पदार्थो के कारोबार पर नकेल लगाने के लिए सबंधित थाना क्षेत्रांतर्गत पुलिस के आला अधिकारियों को नशे के अवैध कारोबार को लेकर सचेत किया जाए। जिससे युवा पीढ़ी के जीवन को बर्बाद होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार के युवा राजीव बस्ती, भीमगोड़ा, हरिपुर कलां, बैरागी कैंप, हरकी पैड़ी, खन्ना नगर, ब्रह्मपुरी के अलावा उपनगरी ज्वालापुर के विभिन्न क्षेत्रों में स्मैक कारोबारी धड़ल्ले से नशे के कारोबार को संचालित कर रहे हैं। ऐसे कारोबारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने सामाजिक संगठनों एवं परिवारों से भी अपील करते हुए कहा कि जागरूक होकर अपनी युवा पीढ़ी को बचाने में सक्रिय भूमिका निभायें। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़ा लगातार नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने काम कर रहा है। उन्होंने प्रदेश के डीजीपी से भी अपील करते हुए कहा कि राज्य की युवा पीढ़ी को बचाना है तो रणनीति के तहत पुलिस को कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएं। ऐसे सफेदपोश लोगों के चेहरे भी सामने लाएं जो कि परदे के पीछे से नशे के कारोबार को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। संत समाज को भी आगे आकर नशे के खिलाफ आंदोलन चलाना चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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