हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त सोमवार को सप्तऋषि क्षेत्र में देव संस्कृति विवि का एक पूर्व छात्र गंगा में बह गया। एसडीआरएफ एवं जल पुलिस ने पूर्व छात्र की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन उसका कुछ अता पता नहीं चल सका। घटना सोमवार सुबह ठोकर नंबर सत्रह की है। जानकारी के अनुसार यूपी के सेक्टर पांच फेज 35 वैशाली गाजियाबाद निवासी मयंक शर्मा 28 वर्ष पुत्र सतीश कुमार ने कुछ माह पूर्व ही देवसंस्कृतिविवि से पढ़ाई की थी। वह पिछले करीब दो माह से संस्था में समयदान दे रहा था। सोमवार को वह अपने पिता के साथ गंगा घाट पर तर्पण करने गया था। इसी दौरान मछलियों को आट खिलाते हुए संतुलन बिगड़ने के कारण वह गंगा में जा गिरा। देखते ही देखते वह गंगा के बहाव की चपेट में आ गया। पिता के शोर मचाने पर गोताखोर सक्रिय हुए, लेकिन तब तक वह डूब चुका था। घटना की सूचना मिलने पर सप्तऋषि चैकी पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीआरएफ एवं जल पुलिस को मौके पर बुलाकर युवक की तलाश गंगा में की गई, लेकिन उसका कोई सुराग न लग सका। कोतवाली प्रभारी राकेंद्र कठैत के अनुसार लापता युवक की तलाश कर रहे है। वही शांतिकुंज के स्वंय सेवक भी शौकिया गोताखोर को लेकर युवक की तलाश में जुटे हुए थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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