हरिद्वार। कमल मिश्रा- एक ओर जहां प्रशासन बिजली कर्मियों की हड़ताल से निपटने की तैयारियां कर रही है तो दूसरी ओर बिजलीकर्मियांे ने भी मांगो का समाधान होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। इस सम्बन्ध में सोमवार को मायापुर स्थित अधिशासी अभियंता परियोजना के कार्यालय पर विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की बैठक आयोजित की गई। वक्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से अपील करते हुए कहा कि ऊर्जा कार्मिकों के साथ वर्ष 2017 से अब तक हुए सभी समझौतों के सम्मान, इलेक्ट्रिसिटी ऐक्ट 2003 के तहत बिजली कर्मचारियों की सेवा करते कमतर न किए जाने के प्रावधानों के तहत 9-14-19 वर्ष में एसीपी की व्यवस्था तत्काल फिर से प्रारंभ की जाए। कहा कि ऊर्जा निगमों के प्रबंधन की ओर से गलत बयानी की जा रही है। कर्मचारियों की 14 सूत्रीय समस्याओं में कोई भी नई मांग नहीं है। सभी मांगें वहीं हैं जिनका लाभ उन्हें पूर्वर्ती उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद के समय से विद्युत अधिनियम 2003 रिफॉर्म ऐक्ट 1999 तथा अन्य समझौतों के तहत लगातार पांचवें, छठे वेतन आयोग में भी वर्ष 2017 तक मिलती रही हैं। कहा कि इनको लागू करने में केवल लगभग 93 लाख प्रति माह का खर्च तीनों निगमों में आता है। वर्षों से निगमों में कार्य कर रहे उपनल के कर्मचारियों को समान कार्य का सामान वेतन दिया जाए। कहा कि पूरे देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी उत्तराखंड के कर्मचारियों के समर्थन में खड़े हैं। प्रशासन की ओर से ड्यूटी के लिए भेजने के उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा सहित अन्य राज्यों को पत्र भेजे गए थे। पर इन राज्यों की कर्मचारी फेडरेशन ने उत्तराखंड में ड्यूटी करने से साफ मना कर दिया है। चेतावनी दी कि कर्मचारियों की समस्याओं का जब तक का समाधान नहीं होगा तब तक तक आंदोलन जारी रहेगा। अगर किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न या गिरफ्तारी की गई तो तत्काल प्रभाव से हड़ताल प्रारंभ कर दी जाएगी। बैठक की अध्यक्षता केडी जोशी ने व संचालन मो. अनीस ने किया। इस दौरान संदीप कुमार शर्मा, नीरज सैनी, यशपाल सिंह बिष्ट, विवेक कुमार, मनोज पंत, दीपक शांडिल्य, राजेश कुमार दीपक, सूर्य प्रकाश पुरोहित, प्रवीण चैरसिया, मुबारक अली, गजेंद्र कौशिक, नीरज सैनी, आलोक चैहान, प्रियंका अग्रवाल, प्रियंका सैनी, शशिकांत सिंह, अजय धीमान, सुरेश कुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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