हरिद्वार। बड़ी रामलीला के नाम से मशहूर श्रीरामलीला कमेटी रजि. ने रविवार को श्री रामलीला भवन मैदान में धर्म ध्वजा की स्थापना कर धर्म एवं संस्कृति के संवर्धन हेतु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवनचरित्र के मंचन का शुभारंभ किया। सोमवार 4 अक्टूबर को नारद मोह ,इंद्र दरबार ,कैलाश लीला ,रावण अत्याचार तथा वेदवती संवाद की लीला का मंचन किया जाएगा। धर्म ध्वजा की स्थापना करने के दौरान श्री रामलीला संपत्ति कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष गंगा शरण मददगार ने कहा कि धर्म से प्रेरणा लेकर व्यक्ति अपने कर्म का मार्ग चुनता है। धार्मिक आयोजन से समाज को सत्कर्मों की प्रेरणा मिलती है। इसीलिए श्री रामलीला कमेटी प्रतिवर्ष भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र का दर्शन कराती है। श्री रामलीला रंगमंच के समीप संकटमोचक भगवान हनुमान की पताका फहराते हुए उन्होंने कहा कि रामलीला का दर्शन करने वालों पर बजरंगबली की कृपा बनी रहती है। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए इस वर्ष प्रथम शोभायात्रा तथा रोड़ी बेलवाला मैदान पर आयोजित होने वाला दशहरा कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। जबकि 7 अक्टूबर को श्रीराम विवाह की शोभायात्रा का आयोजन कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप किया जाएगा। संपत्ति कमेटी ट्रस्ट के मंत्री रविकांत अग्रवाल ने बताया कि समय अनुरूप दृश्यों को और प्रेरणादायी बनाया गया है। महामंत्री महाराज कृष्ण सेठ ने बताया कि सभी राम भक्तों से मास्क लगाने तथा उचित दूरी बनाने का आग्रह किया गया है। मंत्री तथा मंच संचालक डा.संदीप कपूर ने बताया कि द्रश्यों के मंचन तथा समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रेस प्रवक्ता विनय सिंघल ने बताया कि राम बारात शोभायात्रा के अतिरिक्त सभी कार्यक्रम रंगमंच पर ही संपन्न होंगे। ध्वजारोहण कार्यक्रम में सम्मिलित होने वालों में प्रमुख थे गंगा शरण मददगार, वीरेंद्र चड्ढा, सुनील भसीन, रविकांत अग्रवाल ,महाराज कृष्ण सेठ, डॉ संदीप कपूर ,रविंद्र अग्रवाल ,विनय सिंघल, भगवत शर्मा मुन्ना ,श्री कृष्ण खन्ना ,ऋषभ मल्होत्रा, विशाल गोस्वामी, कन्हैया खेवडिया, मनोज बेरी तथा पवन शर्मा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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