हरिद्वार। शारदीय नवरात्रि के आठवें दिन पंचपुरी के विभिन्न क्षेत्रों में पूरे श्रद्वा एवं उत्साह के साथ माता महागौरी की उपासना के साथ-साथ लोगों ने अपने अपने घरों में कन्याओं का पूजन उनसे आर्शीवाद लिया। लोगों ने इस मौके पर कन्याओं को विशेष उपहार भी दिए गए।इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने नवरात्रा के दौरान रखे गये उपवास का समापन भी किया। बुधवार को शारदीय नवरात्रा के आठवे दिन अष्टमी के मौके पर पूरे श्रद्वा एवं धार्मिक उत्साह के साथ लोगों ने अपने अपने घरों में कन्याओं का पूजन कराया। दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोगों ने अष्टमी के मौके पर लोगों ने विभिन्न शक्तिपीठों में जाकर पूजा अर्चना कर सुख-समृद्वि की कामना की। अष्टमी के मौके पर अधिष्ठात्री देवी मायादेवी,मंशादेवी,चण्डी देवी,दक्ष महादेव मन्दिर सहित विभिन्न मन्दिरों में श्रद्वालुओं की भारी भीड़ सायकाल तक लगी रही। लोगों ने पूरे श्रद्वा भाव से कन्याओं का पूजन भी घरों में किया। कई आश्रमों में भी पूजन किया गया। कल गुरुवार को नवमीं का पूजन किया जायेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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