हरिद्वार।कमल मिश्रा- उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति की जिला शाखा की बैठक ऋषिकुल विश्वविद्यालय प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय तथा संचालन चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने किया। बैठक में 26 अक्तूबर से प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया गया। अरुण पांडेय ने कर्मचारियों से एकजुट रहकर आंदोलन को परिणाम तक पहुंचाने की अपील की। पांडेय ने कहा की कर्मचारियों के साथ धोखा सरकार को महंगा पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि अनेक बार सहमति के बावजूद एसीपी, गोल्डन कार्ड और पुरानी पेंशनबहाली, पदोन्नति में शिथलीकरण, कर्मचारियों की रुकी हुई पदोन्नति, विभागों के पुनर्गठन पर समुचित कार्यवाही न कर कर्मचारी शिक्षकों को आंदोलन के लिए मजबूर किया जा रहा है। बैठक में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व जिलाध्यक्ष जेपी चाहर ने देश भर के कर्मचारियों की समान समस्याओं एवम मांगों के लिए सभी प्रदेशों के संगठनों से मिलकर लड़ने का प्रस्ताव रखा। चाहर ने कहा कि कोरोना काल में डेढ़ वर्ष के तीन छमाही महंगाई भत्ता, आयुष्मान भारत की तरह सभी राज्य कर्मियों एवं आश्रितों की सीजीएचएस की भांति निःशुल्क चिकित्सा, आजादी से पूर्व लागू पुरानी पेंशन व्यवस्था निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की भांति बहाल रखना आदि ऐसी सामूहिक समस्या हैं जिनका मिलकर समर्थन जरूरी है। समन्वय समिति के जनपद संयोजक केसी शर्मा, ग्राम विकास अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अनुज चैहान, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री अंकुर चैहान, संयुक्त संघर्ष समिति ऋषिकुल, गुरुकुल के संयोजक केएन भट्ट, अनिल नेगी ने शीर्ष नेतृत्व को सफल बनाने में जनपद की ओर से सहयोग का भरोसा दिलाया है। बैठक में दिनेश लखेड़ा, जिलाध्यक्ष शिवनारायण, छत्रपाल सिंह, मनोज पोखरियाल, राकेश चंद्र, ताजबर सिंह नेगी, केसी शर्मा, अनुज चैहान, अंकुर चैहान, आशुतोष, दिनेश ठाकुर, रामपाल सिंह, ज्योति नेगी, दीपक अधाना, के एन भट्ट, अनिल नेगी, अजय कुमार, अशोक कुमार, केके तिवारी, रामकुमार चैधरी, मुलचंद चैधरी, सुरेंद्र आदि शामिल रहे।
हरिद्वार।कमल मिश्रा- उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति की जिला शाखा की बैठक ऋषिकुल विश्वविद्यालय प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय तथा संचालन चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने किया। बैठक में 26 अक्तूबर से प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया गया। अरुण पांडेय ने कर्मचारियों से एकजुट रहकर आंदोलन को परिणाम तक पहुंचाने की अपील की। पांडेय ने कहा की कर्मचारियों के साथ धोखा सरकार को महंगा पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि अनेक बार सहमति के बावजूद एसीपी, गोल्डन कार्ड और पुरानी पेंशनबहाली, पदोन्नति में शिथलीकरण, कर्मचारियों की रुकी हुई पदोन्नति, विभागों के पुनर्गठन पर समुचित कार्यवाही न कर कर्मचारी शिक्षकों को आंदोलन के लिए मजबूर किया जा रहा है। बैठक में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व जिलाध्यक्ष जेपी चाहर ने देश भर के कर्मचारियों की समान समस्याओं एवम मांगों के लिए सभी प्रदेशों के संगठनों से मिलकर लड़ने का प्रस्ताव रखा। चाहर ने कहा कि कोरोना काल में डेढ़ वर्ष के तीन छमाही महंगाई भत्ता, आयुष्मान भारत की तरह सभी राज्य कर्मियों एवं आश्रितों की सीजीएचएस की भांति निःशुल्क चिकित्सा, आजादी से पूर्व लागू पुरानी पेंशन व्यवस्था निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की भांति बहाल रखना आदि ऐसी सामूहिक समस्या हैं जिनका मिलकर समर्थन जरूरी है। समन्वय समिति के जनपद संयोजक केसी शर्मा, ग्राम विकास अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अनुज चैहान, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री अंकुर चैहान, संयुक्त संघर्ष समिति ऋषिकुल, गुरुकुल के संयोजक केएन भट्ट, अनिल नेगी ने शीर्ष नेतृत्व को सफल बनाने में जनपद की ओर से सहयोग का भरोसा दिलाया है। बैठक में दिनेश लखेड़ा, जिलाध्यक्ष शिवनारायण, छत्रपाल सिंह, मनोज पोखरियाल, राकेश चंद्र, ताजबर सिंह नेगी, केसी शर्मा, अनुज चैहान, अंकुर चैहान, आशुतोष, दिनेश ठाकुर, रामपाल सिंह, ज्योति नेगी, दीपक अधाना, के एन भट्ट, अनिल नेगी, अजय कुमार, अशोक कुमार, केके तिवारी, रामकुमार चैधरी, मुलचंद चैधरी, सुरेंद्र आदि शामिल रहे।
Comments
Post a Comment