हरिद्वार। साईबर क्राईम सैल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए साईबर ठगी का शिकार हुए पीड़ित के खाते से निकाले गए रूपए वापस कराए। जगजीतपुर निवासी धीरज कुमार वैष्णव से उनके बैंक खाते संबंधित गोपनीय जानकारी हासिल कर ठगों ने खाते से 19,753 रूपए उड़ा दिए। धीरज द्वारा पुलिस को सूचना दिए जाने पर साईबर क्राईम सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए खाते से निकाली गयी राशि वापस करायी। साईबर क्राईम सैल की नोडल अधिकारी रेखा यादव ने बताया कि ठगों ने गुगल से ईकार्ट कोरिअर कस्टमर केयर नंबर सर्च किया। जिस पर उन्हंे वहां से रोड़ माबाईल नंबर प्राप्त हुई। धीरज वैष्णव के उन नंबरों पर बात करने पर उन्हें फास्ट डिलीवरी हेतु एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया गया तथा 2 की ट्रांजेक्शन कार्ड से करने के लिए कहा गया। जिस पर उन्होंने 2 की ट्रांजेक्शन के लिए खाते की गोपनीय जानकारी डाली गयी। जिसके बाद उनके खात से 19,753 की कटौती हो गयी। धीरज के पुलिस में शिकायत करने पर साईबर क्राईम सेल ने वाॅलेट गेटवे कंपनी से पत्राचार कर उनकी रकम वापस करायी। कार्रवाई में साईबर क्राईम सैल मनोज मेनवाल, कांस्टेबल अरूण कुमार व शक्ति सिंह की मुख्य भूमिका रही। एसएसपी योगेंद्र सिंह यादव ने साईबर ठगी से बचने के लिए सावधनी बरतने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति के ’कॉल या मैसेज से सावधान रहे’, किसी भी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई ऐनी डेस्क, क्विक सपोर्ट, टीम व्यूवर जैसी कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड ना करें। अपना ’एटीएम नम्बर, पासवर्ड, ओटीपी एवं सीवीवी’ किसी के साथ शेयर न करें और किसी ’अन्जान क्यूआर कोड को स्कैन न करें। ’अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर अपनी गोपनीय जानकारी साझा न करें’ ’फेसबुक पर अन्जान व्यक्तियों से सावधान रहे, ’खुद भी जागरूग बने और दूसरो को भी जागरूक करें।’ ’फर्जी फोन कॉल से सावधान रहें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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