हरिद्वार। शारदीय नवरात्र के लिए विभिन्न राज्यों से गायत्री साधक शांतिकुंज पहुंचे हैं। यहाँ वे विधिपूर्वक सामूहिक जप, तप के सत्संग में भागीदारी कर रहे हैं। साधकों को वर्चुअल संदेश देते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि नवरात्र सात्विक साधना की ओर प्रेरित करता है, जो इन दिनों सात्विक जप, तप करते हैं। उन पर सर्वशक्तिमान माता की कृपा बरसती है। श्रीमद्भगवतगीता के चैथे अध्याय का उल्लेख करते हुए डॉ पण्ड्या ने कहा कि जब साधक मनोयोगपूर्वक जप करता है, और पूरा अनुशासन का पालन करता है। तब उसका मन स्वभावतः सत्व की तरफ झुकाव होता है और ऐसे साधक में दैवीय गुण प्रकट होने लगते हैं। जिस तरह कई महापुरुषों के जीवन में देखने को मिलते हैं। उन्होंने राजसिक, तामसिक सहित विभिन्न साधना पद्धतियों को उल्लेख करते हुए सात्विक साधना को सर्वोत्तम बताया। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख ने कहा कि सात्विक साधना करने वाला साधक के जीवन में संतुलन, सामंजस्य बिठाने की कला तथा सद्गुणी क्षमता का विकास होता है। अध्यात्मवेत्ता डॉ. पण्ड्या ने कहा कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि बुराइयों को त्यागकर अच्छाइयों की ओर चलो। नवरात्र साधना में साधक को अच्छाइयों की ओर अग्रसर होने का प्रयास करना चाहिए। डॉ. पण्ड्या के वर्चुअल संदेश से भारतवर्ष के अलावा अमेरिका, कनाडा, साउथ अफ्रीका सहित विभिन्न देशों के साधक आनलाइन जुड़े और साधनापरक मार्गदर्शन प्राप्त किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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