हरिद्वार। ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर अंजुमल गुलामाने मुस्तफा सोसायटी द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पैगम्बर मोहम्मद साहब के जीवन पर गोष्ठी का आयोजन प्रमुख रूप से शामिल है। गोष्ठी में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् व साबिर पाक दरगाह कलियर के सज्जादानशीन शाह अली एजाज साबरी कुद्दसी मुख्य अतिथी के रूप में शामिल रहेंगे। प्रैस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए संस्था के सदर हाजी शफी खान व जनरल सेक्रेेटरी हाजी शादाब कुरैशी ने बताया कि ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी की और से प्रतिवर्ष कई धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के तहत सबसे पहले 10 अक्तूबर को अहबाब नगर स्थित वरदा एकेडमी के कैम्पस में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। 11 अक्तूबर को सराय मार्ग स्थित बेंक्वट हाॅल में पैगम्बर मोहम्मद साहब के जीवन पर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। पैगम्बर मोहम्मद साहब मुहब्बत, अमन और इंसानियत के अलम्बरदार विषय पर आयोजित सेमिनार में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम व कलियर स्थित दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन शाह अली एजाज साबरी कुद्दसी मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। 13 अक्तूबर को विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमर साबिर पाक में चादरपोशी और 19 अक्तूबर को ईद मिलादुन्नबी जुलूस का आयोजन किया जाएगा। हाजी रफी खान और नायब सदर हाजी अनीस खान ने कहा कि सभी कार्यक्रम कोविड प्रोटोकाॅल और प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुसार आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने सोसायटी के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों तथा आम लोगों से भी नियमों का पालन करने की अपील की। प्रैसवार्ता में सोसायटी के नायब सदर हाजी अनीस खान, कैशियर हाजी गुलजार अंसारी, हाजी रफी खान, सुभान कुरैशी, हाजी जमशेद खान, आलम सैफी, मुनव्वर कुरैशी, फैसल आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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