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सीता जन्म और ताड़का वध की लीला का किया गया मंचन

 


हरिद्वार। श्री रामलीला रंगमंच मायापुर में सीता जन्म और ताड़का वध की लीला का मंचन किया गया। मंचन में पहली बार एक साथ तीन राक्षसी का अभिनय किया गया। राम भक्तों की इतनी अत्यधिक भीड़ को देखकर पात्रों और आयोजकों में और अधिक सुंदर लीला करने की उर्जा का संचार हुआ। भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की सुंदर लीला दिखाने की प्रेरणा मिली। राम के रूप में जयंत गोस्वामी, लक्ष्मण के रूप में वरुण गोस्वामी, विश्वामित्र के रूप में सुनील शर्मा, वशिष्ठ के रूप में आर्यन मनोचा, राजा दशरथ के रूप में मुन्ना पिशोरी ने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। तीनों राक्षसों को देखकर महिलाओं और बच्चों में डर का माहौल सा बन गया। तीनों राक्षसों का मेकअप इतना भयंकर था कि डर देखते बनता था। राक्षसी पहले रूप में प्रिंस उपाध्याय, दूसरे रूप में राहुल और भयानक रूप में ताड़का के मुकेश मनोचा ने डर के साथ-साथ अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। राम भक्तों ने सभी पात्रों के अभिनय की मुक्त कंठ से सराहना की। रंगमंच के दिग्दर्शक गौरव कालरा ने ताड़का वध की लीला के लिए खूब मेहनत की जिससे उनकी मेहनत रंग लाई। दर्शकों की अपार भीड़ देखकर सभी पदाधिकारी एवं पात्रों का मनोबल ऊंचा हुआ। लीला में रंगमंच उपाध्यक्ष कमल अग्रवाल, रंगमंच के कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, रंगमंच व्यवस्थापक सुनील मनोचा, दिनेश शर्मा, नीरज साहू, अमन यादव, हेमंत चंचल, अनिल शर्मा कालू, महेश कुमार वैश्य, अरविंद आदि साथियों के साथ ही मंच संचालक राजू मनोचा ने सभी पात्रों को आज की लीला में आई दर्शकों राम भक्तों की अपार भीड़ को देखकर सभी को शुभकामनाएं दी। 


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