हरिद्वार। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन ने मनसा देवी परिसर में अवैध रूप से बनाए गए 13 कमरों को सील कर दिया है। बीते 30 अक्तूबर को सर्वे कर पार्क प्रशासन ने इन 13 कमरों को अपने कब्जे में ले लिया था। शिवलोक कॉलोनी निवासी वासु सिंह ने पार्क प्रशासन को पत्र लिखकर मनसा देवी परिसर स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत की थी। जिसके आधार पर राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन की ओर से मनसा देवी मंदिर परिसर में पैमाइश कर अवैध निर्माण चिन्हित किया गया था। मंगलवार को राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के निदेशक डीके सिंह, वन्य जीव प्रतिपालक हरिद्वार डिवीजन एलपी टम्टा, डीएफओ नीरज शर्मा, हरिद्वार वन क्षेत्राधिकारी विजय सैनी सहित पार्क के अधिकारियों की मनसा देवी परिसर में अवैध निर्माण को लेकर एक बैठक डीएफओ को कार्यालय में आयोजित की गई। जिसमें शिकायतकर्ता वासु सिंह को भी बुलाया गया। बैठक में शिकायतकर्ता वासु सिंह को मनसा देवी परिसर में हुए अवैध निर्माण के संबंध में अवगत कराया गया। इसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के वन्य जीव प्रतिपालक एलपी टम्टा, हरिद्वार वन क्षेत्राधिकारी विजय सैनी आदि पार्क के अधिकारी मनसा देवी परिसर में पहुंचे। जहां पर 13 कमरों को सील कर दिया। हरिद्वार वन क्षेत्राधिकारी विजय सैनी ने बताया कि अवैध निर्माण में 11 अन्य दुकानों का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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