हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के शारीरिक शिक्षा स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी नीलेश जोशी का चयन‘‘विश्व मुए थाई चैंम्पियनशिप-2021‘‘थाइलैंड के लिए भारतीय टीम में हुआ है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 आर.के.एस डागर ने निलेश जोशी के विश्व चैॅम्पियनशिप में चयन होने पर खुशी जताते हुए बताया कि इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ मुए थाई एशोसिएशन जो कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मान्यता प्राप्त है के तत्वावधान में फुकेट (थाइलैंड) में 3 से 12 दिसंबर तक होने जा रही ‘‘विश्व मुए थाई चैम्पियनशिप 2021 में गुरुकुल कांगड़ी के प्रतिभाशाली छात्र एवं अन्तराष्ट्रीय खिलाड़ी नीलेश जोशी का चयन भारतीय टीम में हुआ है। मुए थाई एशोसिएसन इंडिया के महासचिव श्रीराम चैधरी द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार नीलेश जोशी पुरुष सीनियर वर्ग के-81 किलोग्राम भार वर्ग में देश की चुनौती पेश करेंगे। विश्व चैंम्पियनशिप में 104 से अधिक देशों के 2000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। उक्त आयोजन के स्वर्ण एवं रजत पदक विजेता खिलाड़ी‘‘विश्व खेल-2022‘‘बर्मिंघम (यू एस ए) में सीधे चयनित किये जायेंगे। नीलेश जोशी विगत 13 सालों से एशियन कोच सतीश जोशी के निर्देशन में मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण ले रहे हैं वो अभी तक कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर जीत चुके हैं। नीलेश की इस गौरवशाली उपलब्धि पर प्रदेश के खिलाडियों एवं विश्वविद्यालय परिवार में खुशी की लहर है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री नेशनल मार्शल आर्ट गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव एवं एशियन कोच सतीश जोशी, वुशू की राष्ट्रीय कोच आरती सैनी, नेशनल मार्शल आर्ट गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया के उपनिदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट,सहायक निदेशक खेल सुरेश पांडे, अजय मलिक,कपिल मिश्रा,अनुज कुमार,कनिक कौशल,शिव कुमार चैहान, प्रानवीर सिंह, सुनील कुमार, एशियन पदक विजेता खिलाड़ी प्रज्ञा जोशी, हर्षिता चैधरी सहित प्रदेश के सैकड़ों खिलाडियों एवं खेल प्रेमियों ने नीलेश के विश्व चैंपियनशिप में चयन खुशी जताई है
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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