हरिद्वार। सिक्ख धर्म के पहले गुरु गुरु नानक देव की 552 वीं जयंती के उपलक्ष्य में धूमधाम के साथ नगर कीर्तन निकाला गया। बीएचईएल से शुरू हुआ नगर कीर्तन ललतारो पुल स्थित गुरुद्वारा पहुंचकर संपन्न हुआ। जगह-जगह लोगों ने नगर कीर्तन का फूलों की बारिश से स्वागत किया। रविवार शाम को भेल स्थित गुरुद्वारा से नगर कीर्तन का शुभारंभ किया गया। नगर कीर्तन बीएचईएल से होते हुए भगत सिंह चैक, चंद्राचार्य चैक, ऋषिकुल, देवपुरा और रेलवे रोड, शिवमूर्ति चैक होते हुए ललतारो पुल के समीप स्थित गुरुद्वारा पहुंचकर संपन्न हुआ। गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के साथ पंज प्यारे अगुआई करते हुए चल रहे थे। नगर कीर्तन में पूरे रास्तेभर गतका पार्टी ने तलवार बाजी के साथ ही हैरतंगेज करतब दिखाकर लोगों को दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया। भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री हरजीत सिंह ने नगर कीर्तन का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि यह पर्व समाज के हर व्यक्ति को साथ में रहने, खाने और मेहनत से कमाई करने का संदेश देता है। प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य में प्रभातफेरी भी निकाली जाती है। जिसमें भारी संख्या में संगतें भाग लेती हैं। कीर्तनी जत्थे कीर्तन कर संगत को निहाल करते हैं। इस दौरान मनमोहन सिंह, हरमोहन सिंह तनेजा, रिंपल सिंह, सुखदेव सिंह, बलवीर सिंह मल्होत्रा, जवाल सिंह सेठी, हरभजन सिंह, जसविंदर सिंह, विक्रम सिंह सिद्धू, दलजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, रोबिन सिंह, गुरजीत सिंह, हर्षवर्धन सिंह, रुपिंदर सिंह आदि शामिल रहे
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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