हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त भीमगोड़ा क्षेत्र में मायके में रह रही महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुची पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के अनुसार खड़खड़ी चैकी क्षेत्र की हिलबाईपास निवासी श्रुति गुप्ता उम्र 21 वर्ष की शादी दो वर्ष पूर्व शिवम गुप्ता निवासी मोतीचूर फाटक के पास रायवाला जिला देहरादून से हुई थी। करीब ढाई माह से महिला अपने मायके में ही रहकर अपनी मां की सेवा कर रही थी। शुक्रवार की सुबह वह रोजाना की तरह नहाने के लिए गई थी। लेकिन काफी देर गुजरने के बाद भी जब वह बाहर नहीं आई तब उसकी मां ने बेटे को इस बात की जानकारी दी। फिर बेटे ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। फिर दरवाजे की कुंडी तोड़कर अंदर प्रवेश करने पर सामने आया कि महिला का शव दुपट्टे के फंदे के सहारे झूल रहा था। परिजन आनन फानन में उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी परिजन उसे बंगाली अस्पताल कनखल ले गए, जहां भी चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुचे खड़खड़ी चैकी प्रभारी विजेंद्र कुमांई ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चैकी प्रभारी के अनुसार मृतका की कोई संतान नहीं है। उसने आत्महत्या करने की वजह भी साफ नहीं हो सकी है। मायके पक्ष ने पूछताछ में किसी तरह की वजह से इंकार किया है। न ही कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ है। बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment