हरिद्वार। सिक्ख संप्रदाय के प्रवर्तक गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव उपनगरी कनखल में स्थित तीजी पातशाही तप स्थान गुरुद्वारा गुरु अमर दास सती घाट कनखल में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शब्द कीर्तन का आयोजन और अरदास की गई। कड़ा प्रसाद का भोग चढ़ाया गया। ग्रंथि ज्ञानी देवेंद्र सिंह ने गुरु ग्रंथ साहब की अरदास की। कनखल निर्मल संतपुरा आश्रम में प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रभात फेरी आश्रम से शुरू होकर कनखल के मुख्य बाजारों से होती हुई तीजी पातशाही तप स्थान गुरुद्वारा गुरु अमर दास सती घाट कनखल में पहुंची, जहां पर श्रद्धालुओं नेेे गुरु महाराज के दरबार में मत्था टेका और अरदास की। प्रभात फेरी गुरुद्वारे से होती हुई श्री निर्मल संतपुरा आश्रम में आकर वापस समाप्त हुई। प्रभात फेरी का जगह जगह श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। निर्मल संतपुरा के परमाध्यक्ष संत जगजीत सिंह शास्त्री महाराज के नेतृत्व में निकाली गई प्रभात फेरी के समापन पर संगत को संबोधित करते हुए संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने समाज को एक नई दिशा दी और समाज में व्याप्त पाखंडों से लोगों को मुक्ति दिलाई। उन्होंने कहा कि सिक्ख गुरुओं ने देश की अखंडता और एकता और सनातन धर्म की रक्षा केे लिए अपना जीवन न्योछावर किया और बलिदान देनेेेे से पीछे नहीं हटे। इस अवसर पर बाबा मोहन सिंह, संत मनजीत सिंह, संत बलजिंदर सिंह ,डॉक्टर शीलू सिंह भाटिया, महेंद्र सिंह हरवीर सिंह, कुलदीप सिंह आदि मौजूद थे। प्रकाश पर्व के मौके पर निर्मल संतपुरा आश्रम में रोशनी की गई और जमकर आतिशबाजी हुई। संत जगजीत सिंह शास्त्री ने बताया कि गुरु पर्व के पावन अवसर पर 21 नवंबर को निर्मल संत पुरा आश्रम के परिसर में स्थित महंत महेंद्र सिंह अपार्टमेंट्स में पंजाब के अमृतसर से आए रागी कीर्तन दरबार में भाग लेंगे और शब्द कीर्तन की अमृत वर्षा की जाएगी।
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