हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्रान्गर्त सप्तऋषि क्षेत्र के परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर शनिवार को भी एक व्यक्ति गंगा स्नान के दौरान डुब गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस तलाश में जुटी हुई हैं। इसी घाट पर चैबीस घंटे में दूसरा हादसा घटित हुआ। शुक्रवार को इसी घाट पर स्नान के दौरान लापता संस्कृत छात्र रवि मिश्रा का अभी तक अता पता नहीं चल सका था कि शनिवार को शांतिकुंज का एक स्वयं सेवक भी गंगा स्नान के दौरान डूब गया। सूचना मिलने के बाद दिन भर जल पुलिस को साथ लेकर सप्तऋषि चैकी पुलिस सर्च ऑपरेशन चलाने में जुटी रही। मूलरूप से महाराष्ट्र के जिला नन्दूबाग निवासी पेशे से इंजीनियर योगेश पाटिल 35 वर्ष पुत्र राजाराम अपनी पत्नी के संग यहां शांतिकुंज में स्वयं सेवक के तौर पर रह रहे हैं। शनिवार को पत्नी के साथ वह परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर नहाने के लिए गए थे। गंगा घाट पर उन्होंने जब डुबकी लगाई, उसके बाद बाहर ही नहीं आए। पत्नी ने शोर मचाया। गंगा घाट पर मौजूद लोग एकत्र हो गए। शौकिया गोताखोरों ने स्वयंसेवक को तलाश किया लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। घटना की सूचना मिलने पर सप्तऋषि चैकी प्रभारी प्रवीण सिंह रावत मौके पर पहुंच गए। आनन फानन में जल पुलिस को बुलाकर रॉफ्ट से सर्च ऑपरेशन शुरू कराया गया, लेकिन कुछ अता पता नहीं चल सका। इस बीच शुक्रवार को इसी घाट पर डूबे छात्र रवि मिश्रा का भी कोई सुराग नहीं मिला है। सप्तऋषि चैकी प्रभारी प्रवीण रावत के. अनुसार शांतिकुंज के स्वंय सेवक एवं छात्र की जल पुलिस के साथ खोजबीन जारी है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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