हरिद्वार। बीएचईएल के सामुदायिक केंद्र सेक्टर-4 में भोजपुरी लोक समिति द्वारा छठ महोत्सव के उपलक्ष्य में शनिवार रात को एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि भेल के कार्यपालक निदेशक पीसी झा, महाप्रबंधक टर्बाइन संजय सक्सेना, सचिव गौरव ओझा, अपर महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव, एनपी राय, उपमहाप्रबंधक जेबी सिंह व वरिष्ठ प्रबंधक संजय सेठ द्वारा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवम् दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्रेरणा डांस ग्रुप के बच्चों ने अपने मनमोहक नृत्य व छठ के गीतों से कार्यक्रम को सुसज्जित किया। रिदमिक ग्रूप के रविंद्र किशोर ने अपने सुरीले गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पश्चात कार्यपालक निदेशक पीसी झा ने छठ की महिमा पर अपने विचार व्यक्त किए तथा समिति के इस आयोजन पर सदस्यों का मनोबल बढ़ाया। समिति के अध्यक्ष संजय सक्सेना ने छठ पूजा पर अपने विचार व्यक्त कर भोजपुरी लोक समिति के सदस्यों का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरएन उपाध्याय, गणेश चैधरी, नवीन तिवारी, उपाध्यक्ष डीएन यादव, राधेश्याम, सचिव गौरव ओझा, सहसचिव सुनील गुप्ता, कोषाध्यक्ष कमल किशोर, उप कोषाध्यक्ष एएन पाण्डेय, आरए उपाध्याय, विनोद सिंह, अंगद यादव, विनोद चैधरी, रवि यादव, शिव शंकर पाण्डेय, संतोष यादव, छोटेलाल, विजेंद्र, सोनू, संजीत रणवीर, संतोष, राजेश, कृष्ण कुमार, प्रभात त्रिपाठी आदि शामिल रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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