हरिद्वार। लंढौरा अटल उत्कर्ष विद्यालय में बिना विभागीय आधिकारिक आदेश के प्रभारी प्रधानाचार्य पद पर रहने का आरोप राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य पर लगा है। शिकायतकर्ता शिक्षक-शिक्षिकाओं का आरोप है कि प्रभारी प्रधानाचार्य को पूर्णकालिक प्रधानाचार्य आने के बाद अपने मूल विद्यालय लौट जाना चाहिए था, लेकिन वह नहीं लौटे। विद्यालय के समस्त शिक्षक और स्टाफ ने प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी से प्रधानाचार्य को हटाने का लिखित पत्र दिया है। उधर राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष हरेंद्र सैनी ने भी शिक्षकों के पक्ष में आकर प्रधानाचार्य को नहीं हटाने पर 17 नवंबर को सीईओ कार्यालय में एक दिवसीय धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। आरोप है कि प्रधानाचार्य का शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं कार्यालय कर्मियों के साथ कार्य एवं व्यवहार अच्छा नहीं है। शिक्षक-शिक्षिकाओं का आरोप है कि कॉलेज के स्टाफ कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगवा कर शिक्षक शिक्षिकाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है। स्टाफ कक्ष में कैमरे लगवाने से पूर्व स्टाफ की राय तक नहीं ली गई। शिक्षक शिक्षिका खाली समय में आराम तक नहीं कर सकते हैं। राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष ने हरेंद्र सैनी ने कहा कि नारसन ब्लॉक के गाधारोणा उच्च माध्यमिक विद्यालय में 376 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस विद्यालय में छह शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात हैं। विद्यालय में गणित के सहायक अध्यापक को विद्यालय कार्यवाहक प्रभारी प्रधानाध्यापक और कार्यालय की जिम्मेदारी दी है। इस स्थिति में गणित के छात्र-छात्राओं को शिक्षा नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि गाधारोणा के प्रधानाध्यापक पर अटल उत्कृष्ट विद्यालय लंढौरा का अतिरिक्त प्रभार है। अपने मूल विद्यालय पंद्रह दिन में एक बार आते हैं। जबकि पूरा समय प्रधानाध्यापक पर अटल उत्कर्ष विद्यालय में बिताते हैं। वहां पर वरिष्ठ शिक्षक तैनात हैं। विभागीय अधिकारी के बिना अनुमति पत्र के विद्यालय में बैठे हैं। उधर प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ.विद्याशंकर चतुर्वेदी ने मामले की जांच कराई जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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