हरिद्वार। बीती देर रात मोतीचूर एवं रायवाला स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी की चपेट में आकर एक शिशु हाथी की मौत हो गई। बताया जाता है कि हाथी अचानक रेलवे टैªक पर दौड़ गया। मालगाड़ी कई मीटर तक हाथी को अपने साथ घसीटते हुए आगे ले गई। हाथी की मौत की सूचना मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आला अफसर मौके पर पहुंच गए। घटना बीती देर रात 2ः00 बजे के आसपास की बताई जा रही है। हरिद्वार से एक मालगाड़ी हर्रावाला के लिए चली थी। बताया जाता है कि मोतीचूर क्षेत्र में करीब 10-12 हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक के आसपास ही मंडरा रहा था। जैसे ही रेलगाड़ी मोतीचूर के आस पास पहुंची तो रेलवे ट्रैक पर मौजूद एक हाथी मालगाड़ी की चपेट में आ गया। कई मीटर तक मालगाड़ी हाथी को अपने साथ ही घसीटते हुए ले गई है। मालगाड़ी के लोको पायलट ने इस संबंध में सूचना रेलवे स्टेशन को दी, जिसके बाद वन विभाग एवं रेलवे के अफसर मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुची वन विभाग की टीम ने हाथी के शव को उठाकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी,जबकि रेलवे टैªक पर टेªनों का आवागमन सामान्य तौर पर जारी रहा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment