हरिद्वार। सोमवार से प्रारम्भ होने वाली छठ महापर्व को देखते हुए नगर निगम की टीम गंगा घाटों पर पसरी गंदगी को साफ करने उतरी। हरकी पैड़ी सहित आसपास के गंगा घाटों के साथ ही कनखल के घाटों पर सफाई की गई। दीपावली के बाद अब छठ पर्व पर घर लौटने वाले यात्रियों की भारी भीड़ ट्रेनों में उमड़ रही है। वहीं, घाटों पर गंदगी फैलाने वाले लोगों के चालान भी किए गए। रविवार को नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के निर्देश पर नगर निगम की टीम ने हरकी पैड़ी, मालवीय द्वीप, घंटाघर, सुभाष घाट, नाईसोता घाट, गोविंद घाट और कनखल के सतीघाट, राज घाट, शीतला माता घाट, मालवीय घाट सहित विभिन्न गंगा घाटों पर अभियान चलाकर सफाई की। टीम में नगर निगम के साथ ही नमामि गंगे के कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से सफाई अभियान चलाया। सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह मारवाह ने बताया कि गंगा उत्सव के तहत सोमवार को हरकी पैड़ी पर होने वाले गंगा मशाल कार्यक्रम और छठ पूजा को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बताया कि गंगा घाटों पर गंदगी फैलाने पर 11 लोगों पर 2700 रुपये का जुर्माना लगाया गया। टीम में सफाई निरीक्षक संजय शर्मा, श्रीकांत, सफाई हवलदार कुलदीप, अशोक, सुभाष कुमार, अभिनव चंचल, नमामि गंगे के अनिल त्रिपाठी आदि शामिल रहे। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि छठ पूजा को देखते हुए गंगा घाटों पर अभियान चलाकर सफाई कराई गई। गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के साथ ही लगातार अभियान चलाया जाएगा। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह मारवाह ने बताया कि गंगा उत्सव के तहत सोमवार को हरकी पैड़ी पर होने वाले गंगा मशाल कार्यक्रम और छठ पूजा को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बताया कि गंगा घाटों पर गंदगी फैलाने पर 11 लोगों पर 2700 रुपये का जुर्माना लगाया गया। टीम में सफाई निरीक्षक संजय शर्मा, श्रीकांत, सफाई हवलदार कुलदीप, अशोक, सुभाष कुमार, अभिनव चंचल, नमामि गंगे के अनिल त्रिपाठी आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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