हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में नवविवाहिता की मौत हो गई। पुलिस की जांच में दंपति के बीच अनबन की बात सामने आई है। नुरपुर बिजनौर से पहुंचे मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। पुलिस ने जैसे-तैसे मायके पक्ष को शांत कराया। बाद में पोस्टमार्टम के बाद शव मायके पक्ष को सौंप दिया गया। ज्वालापुर पुलिस के अनुसार देर रात धीरवाली क्षेत्र में एक नव विवाहिता के फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या करने की सूचना मिली। पुलिस जब तक पहुंची तब तक ससुराल पक्ष विवाहिता को एक निजी अस्पताल ले जा चुके थे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। रविवार को सुबह मायके पक्ष के लोगों ने पहुचकर ससुराल पक्ष पर बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मौके पर पहुची पुलिस ने उन्हें समझाबुझाकर शांत कराया। एसएसआई नितेश शर्मा के अनुसार मृतका का नाम राजश्री 22 वर्ष पत्नी वैभव चैहान है, उसकी सात माह पूर्व ही शादी हुई थी। ससुराल पक्ष से पूछताछ में सामने आया कि मृतका की अपने पति से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जिसके बाद उसने दुपट्टे के फंदे के सहारे झूलकर आत्महत्या कर ली। बीती देर रात ही पति ने जब उसे लटकता हुआ देखा था, तब वह उसे नीचे उतारकर आनन फानन में अस्पताल ले गए थे। मृतका का पति पीएनबी में सहायक मैनेजर के पद पर कार्यरत है। बहरहाल पुलिस ने शव को पोस्टमाटम के बाद मायके पक्ष को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार मायके पक्ष की तरफ से लिखित में शिकायत मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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