हरिद्वार। कृषि कानून वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री की घोषणा पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी देवपाल सिंह राठी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने खीर बांटकर हर्ष व्यक्त किया। इंद्रलोक आवासीय कालोनी में खीर बांटने के दौरान देवपाल सिंह राठी ने कहा कि सरकार को तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों की ताकत समझने में देर लगी। उप चुनावों में मिली हार के बाद पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने कानून वापस लेने की घोषणा की। सरकार व सरकार के प्रवक्ताओं ने किसानों को कभी संघर्षजीवी, कभी खालिस्तानी, कभी पाकिस्तान की शह पर आंदोलन करने वाले,कभी विदेशो के इशारों पर आंदोलन चलाने वाले,कभी अंग्रेजी बोलने वाले,कभी एक जाति विशेष का आंदोलन कह कर किसानों पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाए। लेकिन किसान खामोशी से गर्मी, बरसात, सर्दी का सामना कर आंदोलन करते रहे। जिसमे 670 से अधिक किसानों ने अपनी शहादत दी। उन्होंने आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों का नमन करते हुए कहा कि किसान नेतृत्व आगे जो भी फैसला लेगा,लोकदल उसमें साथ रहेगा। इस दौरान नरेन्द्र तेवतिया, निरंजन मलिक, नरेशपाल बालियान,रणवीर सिंह, मुख्तयार सिंह, मनवीर सिंह सिरोही, मयंक कुमार, अमित कुमार राठी, हरपाल,अमीन अहमद,कृष्णकुमार, रकम सिंह आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कृषि कानून वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री की घोषणा पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी देवपाल सिंह राठी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने खीर बांटकर हर्ष व्यक्त किया। इंद्रलोक आवासीय कालोनी में खीर बांटने के दौरान देवपाल सिंह राठी ने कहा कि सरकार को तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों की ताकत समझने में देर लगी। उप चुनावों में मिली हार के बाद पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने कानून वापस लेने की घोषणा की। सरकार व सरकार के प्रवक्ताओं ने किसानों को कभी संघर्षजीवी, कभी खालिस्तानी, कभी पाकिस्तान की शह पर आंदोलन करने वाले,कभी विदेशो के इशारों पर आंदोलन चलाने वाले,कभी अंग्रेजी बोलने वाले,कभी एक जाति विशेष का आंदोलन कह कर किसानों पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाए। लेकिन किसान खामोशी से गर्मी, बरसात, सर्दी का सामना कर आंदोलन करते रहे। जिसमे 670 से अधिक किसानों ने अपनी शहादत दी। उन्होंने आंदोलन में शहादत देने वाले किसानों का नमन करते हुए कहा कि किसान नेतृत्व आगे जो भी फैसला लेगा,लोकदल उसमें साथ रहेगा। इस दौरान नरेन्द्र तेवतिया, निरंजन मलिक, नरेशपाल बालियान,रणवीर सिंह, मुख्तयार सिंह, मनवीर सिंह सिरोही, मयंक कुमार, अमित कुमार राठी, हरपाल,अमीन अहमद,कृष्णकुमार, रकम सिंह आदि शामिल रहे।
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