हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में शुक्रवार देर रात पटाखे जलाने को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर चले लाठी-डंडे में आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। देर रात तक कोतवाली में कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। ज्वालापुर के मौहल्ला चैहानान में बीते शुक्रवार देर रात दो पक्षों के बीच पटाखे जलाने को लेकर विवाद हो गया। बताया जाता है कि दोनो पक्षों में पुरानी रंजिश चली आ रही थी। शुक्रवार देर रात पटाखे जलाने को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। सरे राह खूनी संघर्ष होने से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बन गया। घटना की सूचना पाकर ज्वालापुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस फोर्स ने दोनों पक्षों को बमुश्किल शांत कराया। उसके बाद दोनों पक्ष अपने-अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए। कोतवाली में चले आरोप-प्रत्यारोप के बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई। कोतवाली प्रभारी चंद्र चंद्राकर नैथानी के अनुसार दोनों पक्षों में पुराना विवाद चला आ रहा था, जिसके चलते ही मारपीट हुई। किसी ने भी लिखित में कोई शिकायत नहीं दी है, दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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