हरिद्वार। पथरी क्षेत्र के गांव ऐथल में गुलदार घुसने से हड़कंप मंच गया। लोगों को देखने के बाद गुलदार इधर-उधर भागा और एक घर में घुस गया। घर में रहने वाले लोगों ने भागकर किसी तरह जान बचाई और इस बीच एक ग्रामीण ने दरवाजा बंद कर गुलदार को घर के अंदर कैद कर दिया। गुलदार को कैद करने के दौरान दो लोग को गुलदार के हमले में हल्की खरोंचे आई हैं। सूचना पर पहुंची वनप्रभाग की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद गुलदार को पिंजरे में कैद किया और हरिद्वार रेस्क्यू सेंटर ले गई। आबादी में गुलदार घुसने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। शनिवार सुबह आठ बजे गांव ऐथल में आबादी क्षेत्र में बनी पशुशाला पर पड़े टीनशेड के ऊपर बैठे एक ग्रामीण को गुलदार नजर आया। ग्रामीणों ने गुलदार को देखने के बाद शोर मचाया तो गुलदार गांव में इधर उधर भागने लगा। गुलदार के गांव में आने की खबर आग की तरह फैल गई और गुलदार को देखने के लिये ग्रामीणों का हुजूम छतों में चढ़ गया। ग्रामीणों की भीड़ को देखकर गुलदार मजाहिर हसन के घर में घुस गया था। सूचना पाकर मौके पर पहुची वन विभाग की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद गुलदार को काबू में किया। गुलदार के पकड़े जाने तक ग्रामीण घंटों तक दहशत में रहे। रेंजर दिनेश नौड़ियाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन विभाग की टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद घर में घुसे गुलदार को पिंजरें में कैद कर काबू किया और उसे हिलबाईपास स्थित वन विभाग कार्यालय ले जाया गया। इसके बाद मेडिकल व और अन्य दूसरी जांच के लिए गुलदार को चिड़ियापुर स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा गया। डीएफओ नीरज शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू किए गए गुलदार की आयु लगभग चार वर्ष है। जांच के उपरांत गुलदार को वन क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा। वन्यजीवों को आबादी में आने से रोकने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जाते हैं।टीमों को लगातार गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि जंगली जीवों के आबादी क्षेत्र में आने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहरी इलाकों में भी गुलदार,हाथी आदि वन्यजीव लगातार दस्तक दे रहे हैं। भेल के आवासीय क्षेत्रों,बिल्केश्वर कालोनी, ब्रह्मपुरी आदि क्षेत्रों में गुलदार व जंगली हाथी को टहलते हुए कई बार देखा जा चुका है।
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