हरिद्वार। तीर्थनगरी में पूरे पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ बहन-भाई के प्यार का प्रतीक भैयादूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में बहनों ने भाइयों को टीका लगाकर भगवान से उनकी लंबी आयु की कामना की। इस दौरान बहनों ने टीका करने से पूर्व भाइयों की आरती उतारी। भैयादूज के मौके पर भाइयों ने भी अपनी-अपनी बहनों को यथासंभव उपहार भेंट किए। टीका कर बहनों ने भाईयों को स्मृति स्वरूप श्रीफल (नारियल) भेंट किया। शनिवार को दीपावली श्रृंखला का पांचवां पर्व भैया दूज का त्यौहार पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भाई बहनों के घर टीका कराने पहुंचे। जहां सबसे पहले बहनों ने भाई का तिलक किया और आरती उतारकर उनके मंगल की कामना की। टीका कराने के बाद भाईयों ने अपनी बहनों को आशीर्वाद स्वरूप उपहार भेंट किए। कहा जाता है कि यमुना के आग्रह करने पर एक बार यमराज कार्तिक शुक्ल द्वितीया को अपनी बहन यमुना से मिलने गए। यमुना ने यमदेव को तिलक कर उनसे वचन लिया कि आज के दिन जो भी बहन अपने भाई को तिलक कर उसके मंगल की कामना करेगी, यमराज उसके भाई को अल्पायु, रोग शोक आदि नहीं होने देंगे। तभी से भैयादूज पर्व की परंपरा चली आ रही है। तभी से इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करती हैं। शनिवार को दिन भर भैया दूज की धूम रही। पर्व मनाने के लिए आने जाने वालों की भीड़ के चलते रोड़वेज बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशन पर काफी गहमागहमी रही। दिन भर घरों में मेहमानों का आना जाना लगा रहा।
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