हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के दौरान परिजनों से बिछुडे दस साल के बच्चे को पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से तलाश करते हुए बहादराबाद टोल प्लाजा से बरामद कर लिया। गुमशुदा बालक को खोज निकालने में छुट्टी पर चल रहे एक कांस्टेबल की भूमिका अहम बतायी जा रही है। पुलिस ने बरामद बालक को उसके परिजनों के सुपूर्द कर दिया। खोये बच्चे के वापस मिलने पर परिजनों ने पुलिस का आभार जताया है। कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक राकेन्द्र सिंह कठैत ने बताया कि कार्तिका पूर्णिमा पर काशी नगरिया बिलारी मुरादाबाद यूपी निवासी अमित अपने परिवार के साथ स्नान के लिए हरिद्वार आए थे। हरकी पैड़ी पर स्नान के दौरान उनका दस साल का बेटा शेखर बिछुड गया। जिसकी परिजनों ने अपने स्तर पर तलाश की। सफलता नहीं मिलने पर परिवार ने हरकी पौडी चैकी पहुंचकर जानकारी दी। जिसपर पुलिस परिजनों से बिछुडे बच्चे की तलाश में जुट गयी। इसी दौरान कोतवाली नगर में तैनात आरक्षी शशिकांत त्यागी जोकि छुट्टी पर चल रहा था। वह भी अपने परिजनों के साथ स्नान के लिए हरकी पौडी पहुंचा था। जब उसको बच्चे की गुमशुदगी की जानकारी लगी तो छुट्टी होने के बाबजूद उसने अपने परिजनों को स्नान के बाद वापस घर भेज दिया। और खुद पुलिस के साथ लापता बालक की तलाश में जुट गया। कोतवाल श्री कठैत ने बताया कि आरक्षी शशिकांत त्यागी ने हरकी पौडी से लेकर बहादराबाद तक सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए आखिर टोल प्लाजा के पास लापता बालक को सकुशल बरामद कर लिया। जिसकी जानकारी परिजनों को दी गयी। जिसके बाद परिजन कोतवाली पहुंचे जहां पर लापता बालक को परिजनों के सुपूर्द कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने आरक्षी शशिकांत त्यागी के ड्यूटी के प्रति जज्बे को देखते हुए उसकी पीठ थपथपाई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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