हरिद्वार। उपसंभागीय परिवहन अधिकारी यानि एआरटीओ के कार्यालय में पिछले दस दिनों से उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के आहवान पर जारी हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गया। दस दिन तक चले कार्यबहिष्कार के बाद बुधवार को परिवहन से जुड़े कार्य होने लगे। बुधवार को कार्यालय में मेंटिनेंस, फिटनेस, लाइसेंस बनने और लाइसेंस रिन्यूवल शुरू हो गए। एक सूत्रीय मांग को उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के आहवान पर कर्मचारी लेकर कार्य बहिष्कार पर चल रहे थे। इस कारण कार्यालय में काम नहीं हो पा रहा था। मंगलवार शाम को कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार खत्म कर दिया। बुधवार को कार्यालय में काम शुरू हो गया। ज्वालापुर कटहरा बाजार निवासी सोनू राजपूत ने बताया कि एक सप्ताह पहले एआरटीओ कार्यालय रोशनाबाद में लाइसेंस बनने की डेट मिली थी। कार्यबहिष्कार के चलते लाइसेंस नहीं बन सका था। अब कार्यबहिष्कार समाप्त होने के बाद उनका लाइसेंस बन सकेगा। हरिद्वार निवासी दिनेश चैहान ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन करने के बाद तारीख मिली थी। लेकिन लगातार कार्यालय में कार्य बहिष्कार होने से लाइसेंस रिन्यूवल नहीं हुआ था, अब उनका काम हो सकेगा। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रेशम सिंह के अनुसार एआरटीओ कार्यालय में पूर्व की भांति कार्य सुचारू हो गया है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment