हरिद्वार। महानगर कांग्रेस कमेटी ने कृषि कानून वापस लिए जाने की घोषणा के बाद कैंडल मार्च निकालकर आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। ब्लॉक ज्वालापुर, मध्य हरिद्वार और शिवालिक नगर में किसान विजय दिवस मनाया गया। जबकि शाम को प्रेमनगर आश्रम घाट पर शहीद किसानों की आत्मा की शांति कैंडल जलाकर प्रार्थना की। प्रदेश महासचिव डॉ. संजय पालीवाल ने कहा कि दो वर्ष से किसान अपने बीवी बच्चों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए थे। उन्हें मालूम था कि आने वाली पीढ़ी तीन काले कानूनों से शायद अपनी जमीन भी खो देगी। फसलों का कोई दाम नहीं मिल पाएगा। भविष्य को देखते हुए किसान अपने परिवारों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे। मजबूर होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों काले कानून रद करने की घोषणा की है। आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए। उन किसानों की आत्मा शांति के लिए कामना की गई। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने बहुत जुल्म किसानों पर किए हैं। इसका खामियाजा केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा। नियमित बर्बरता तरीके से किसानों पर पुलिस, सेना और कई तरह से किसानों पर किए गए अत्याचार इतिहास में लिखे जाएंगे कि आजाद भारत में किस तरह से किसानों पर अत्याचार हुए हैं। मेयर अनिता शर्मा और महिला जिलाध्यक्ष विमला पांडे ने कहा कि यदि किसानों की मांग पहले ही मान ली जाती तो 700 किसानों की शहादत न होती। इनके परिवार तबाह होने से बच जाते। परिवारों का भरण पोषण कैसे होगा इस पर भी प्रधानमंत्री को विचार करना चाहिए। इस दौरान पूर्व विधायक रामयशसिंह, नगर ज्वालापुर अध्यक्ष यशवंत सैनी, मध्य हरिद्वार ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, भेल ब्लॉक अध्यक्ष गुलवीर सिंह, अशोक उपाध्याय, पूर्व सभासद अशोक शर्मा, सपना सिंह, प्रदेश सचिव दिनेश पुंडीर, नवेजअंसारी, वेदपाल तेजियान, वीरेंद्र भारद्वाज, विशाल राठौर, आकाश बिरला, महेंद्र गुप्ता, जितेंद्र सिंह, जगदीश प्रसाद, आशा यादव, हरद्वारी लाल, जेपी सिंह, वसीम सलमानी, देवेश गौतम, सतेंद्र वशिष्ठ आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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