हरिद्वार। कोरोना संक्रमण के बाद कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर पहली बार श्रद्धालुओं की इतनी ज्यादा भीड़़ देखकर बाजार के कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। होटल, रेस्टोरेंट, प्रसाद एवं बाजार के अन्य दुकानदार श्रद्धालुओं की भीड़ देख भविष्य को लेकर काफी उत्साहित दिख रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते हरिद्वार में महाकुंभ के भी अधिकांश स्नानों पर श्रद्धालु काफी कम संख्या में पहुंचे थे। संक्रमण के दौर ने धर्मनगरी में यात्रा पर निर्भर बाजार को लगभग ठप ही कर दिया था। जिसके चलते धर्मनगरी के कारोबारी काफी निराश थे। लेकिन लम्बे समय बाद कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर धर्मनगरी पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ ने फिर से व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी। इस स्नान पर आई भीड़ से कारोबारियों को काफी राहत मिली।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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