हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रोफेसर,विभागाध्यक्ष एवं रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चैधरी को कोरोना काल की प्रथम एवं द्वितीय लहर में उत्कृष्ठ एवं समर्पित सेवा कार्यों के लिये ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के सभागार में प्रसिद्ध कथावाचक पूज्य सन्त विजय कौशल द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। ज्ञात हो कि हरिद्वार में डा0 नरेश चैधरी एक ऐसा नाम है जो किसी भी सेवा कार्यों में सबसे आगे खडे नजर आते हैं उन्होनें कभी भी अपने कार्यों को राजकीय सेवा की तरह नहीं किया और न ही कभी यह सोचा कि वो एक सरकारी अधिकारी है, बल्कि एक समर्पित स्वयं सेवक की तरह धरातल पर सेवा कार्यों में लगे नजर आये। डा0 नरेश चैधरी ने प्रथम लहर में फंसे श्रद्धालु यात्रियों को उनके गंत्वय स्थान तक पहुचवाने, जरूरतमंदों को राहत सामग्री वितरण, कोरोना रोगियों को समय पर कोविड अस्पतालों में भर्ती कराकर अहम निर्वहन किया। जब प्रथम लहर में जनमानस में कोरोना से एक विशेष डर था तब भी डा0 चैधरी ने रात दिन जरूरत मंदों की समर्पित सेवा की। द्वितीय लहर में जब कोरोना रोगियों को बेड एवं आक्सीजन सिलेण्डर तथा उचित इलाज की कमी आ रही थी तब डा0 नरेश चैधरी ने कोरोना रोगी भर्ती नोडल अधिकारी के रूप में सभी कोरोना रोगियों को सही समय पर उत्कृष्ठ व्यवस्था दिलाने की मुख्य जिम्मेदारी का निर्वहन किया। जब जनपद हरिद्वार में प्रथम दिन 08 जनवरी 2021 में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिये ड्राई रन किया गया एवं 16 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन कार्य प्रारम्भ हुआ। सबको कोविड-19 वैक्सीन सर्वोच्च प्राथमिकता से लगवानी है क्योंकि उस समय समाज में वैक्सीन लगवाने से विशेष डर बैठा हुआ था तब डा0 नरेश चैधरी ने जनसमाज को विशेष रूप से जागरूक किया जिसकी हरिद्वार में जगह जगह सराहना की जा रही है। वैक्सीनेशन कार्य में डा0 नरेश चैधरी ने भारत में एक विशेष रिकार्ड कायम किया है कि किसी एक वैक्सीनेशन सैन्टरध्प्लेटफार्म पर किसी एक संस्था द्वारा लगभग 02 लाख लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन लगाकर सुरक्षित किया गया हो जिसकी हर लाभार्थी मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहा है। किसी भी लाभार्थी को कोई भी परेशानी महसूस न हो साथ ही साथ चलने फिरने में असमर्थ लाभार्थियों को भी अपने वाहन से उनके घर से लाकर वैक्सीन लगवाकर वापिस उनके घर छोडना तथा अपने अपने वाहनों से जो स्वयं वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग लाभार्थी आते थे तो उनके वाहन में ही वैक्सीन लगवा देना भी सभी लाभार्थियों के लिये एक अनोखी पहल थी जिसका अन्य राज्यों एवं संस्थाओं ने बाद में अनुसरण किया। पूर्व में भी डा0 नरेश चैधरी को महामहिम राष्ट्रपति, उत्तराखण्ड राज्य के राज्यपाल, मुख्यमंत्री,वरिष्ठ मंत्रियों ,वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी समय समय पर सम्मानित किया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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