हरिद्वार। हरिद्वार के बिल्केश्वर महादेव पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहआनंद और परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अनिल कौशिक ने सभी साधु संतों के साथ मिलकर बिल्केश्वर महादेव की पूजा अर्चना की और जल अभिषेक करके महादेव का आशीर्वाद लिया। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहनंद महाराज ने बताया कि 17 दिसम्बर को हम हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन करने जा रहे हैं जिसमें हरिद्वार के सभी और देश विदेश के संत आएंगे जिस पर हमारे हिंदुत्व की बात करेंगे। आज भारत देश हमारा सनातन धर्म के बिछड़ता जा रहा है और मुस्लिम समाज भारत पर धीरे-धीरे कब्जा करने की कोशिश कर रहा है इसलिए हम सभी सनातन धर्म को मानने वाले लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और कैसे हमारा भारत एक महान शक्तिशाली देश बने उसके लिए हमें देश के अलग-अलग स्थानों पर धर्म संसद के माध्यम से हिंदुओं को जागरूक करेंगे। हरिद्वार के वेद निकेतन भूपतवाला स्थित में 17 18 व 19 को तीन दिन हम धर्म संसद होने जा रही है जिसमें हमारे देश की विचारधारा पर बात की जाएगी। इस धर्म संसद में सभी सनातन धर्म को मानने वाले लोग साधु-संत मौजूद रहेंगे और अपनी बात को रखेंगे। परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित जी कोच्चि ने बताया कि हरिद्वार में 3 दिन धर्म संसद होने जा रही है जिसमें सभी साधु संत मौजूद होंगे और देश के हित के लिए जो अच्छा होगा उन विषय पर चर्चा होगी और कैसी हमारा भारत देश एक शक्तिशाली देश कैसे बने उन सभी मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा। सनातन धर्म को मानने वाले लोग इस धर्म संसद में होंगे जो कि अपनी बात रखेंगे हम सिर्फ धर्म के लिए काम करते हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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