हरिद्वार। 41वें स्थापना दिवस पर 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार में मेले का आयोजन किया गया। मेले में डॉ. मंजूनाथ टीसी (आईपीएस), सेनानायक 40वीं वाहिनी पीएसी स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर 40वीं वाहिनी पीएसी के ग्राउन्ड में मैत्री बालीवॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। फाइनल 40वीं वाहिनी पीएसी और एटीएस हरिद्वार के मध्य खेला गया। जिसमें 40वीं वाहिनी पीएसी विजय रही। इससे पहले प्रथम मैच 40वीं वाहिनी पीएसी और एटीसी हरिद्वार के मध्य खेला गया। जिसमें 40वीं वाहिनी की टीम ने जीत दर्ज की। दूसरा मैच एटीएस और कर्तव्य दल (ए दल) 40वीं वाहिनी पीएसी के बीच खेला गया। जिसमें एटीएस हरिद्वार विजयी रही। इसके अलावा 5 से 18 आयु वर्ग के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मेले में अरुणा भारती उप सेनानायक, ओम प्रकाश भट्ट सहायक सेनानायक, राजपाल सिंह रावत शिविरपाल, सुरेश सकलानी आरआई, जीआरपी, संदीप नेगी एसडीआई एटीसी, कैलाशचन्द्र शर्मा दलनायक एफदल, विक्रम सिंह भंडारी, पंकज जोशी आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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