हरिद्वार। श्री ऋषि संस्कृत महाविद्यालय खड़खड़ी हरिद्वार के छात्रों ने गीता जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश स्तरीय गीता प्रतियोगिता में सर्वाेत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर संस्था का ही नहीं तीर्थ नगरी हरिद्वार का भी गौरव बढ़ाया। साधना सदन कनखल हरिद्वार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत गीता जयंती समारोह में प्रदेश स्तरीय गीता पाठ प्रतियोगिता में संपूर्ण गीता कंठपाठ प्रतियोगिता में उत्तर मध्यमा प्रथम खंड के छात्र ऋषभ जोशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, पूर्व मध्यमा द्वितीय खंड के छात्र भूपेश उप्रेती ने प्रथम अध्याय कंठ पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया, पूर्व मध्यमा प्रथम खंड के छात्र लकी मिश्रा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा मनीष भट्ट, हितेश तिवारी, हरीश शर्मा व भरत शर्मा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किये। छात्रों द्वारा प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखकर संस्था अध्यक्ष रामकृष्ण महाराज ने छात्रों को साधुवाद दिया और नित्य गीता पाठ करने की प्रेरणा दी। प्राचार्य डाॅ. भारत नंदन चैबे ने अध्यापकों द्वारा किए गए सहयोग की सराहना करते हुए छात्रों की लगन को श्रेय दिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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