हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग व भारत सरकार के विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। जिसके चलते अखिल भारतीय स्तर पर विज्ञान के प्रारंभिक व उच्च स्तरीय विषय-शोध कार्यों को संस्कृत भाषा के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा। एमओयू पर विज्ञान प्रसार विभाग के निर्देशक डॉ. नकुल पाराशर व विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने हस्ताक्षर किए। दोनों संस्थाओं के बीच हुए एमओयू के चलते आने वाले समय में विज्ञान विषयों को संस्कृत भाषा के माध्यम से प्रसारित करने के लिए प्रतिमाह विज्ञान पत्रिका का प्रकाशन, कार्यशालाओं का आयोजन, संस्कृत में विज्ञान विषयों पर आधारित डाक्यूमेंटरी फिल्मों का निर्माण, शोध गोष्ठियों का आयोजन, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, विद्यालय स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन, पोस्टर व मॉडल प्रतियोगिताओं का आयोजन आदि कार्य संस्कृत भाषा में ही होंगे। इस अवसर पर प्रो. वैकटेश्वरन (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डा0 कपिल के0 त्रिपाठी, प्राच्य विद्या संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. ब्रह्मदेव, प्रो. सोमदेव शतांशु, प्रो. विनय विद्यालंकार, डा. मोहर सिंह मीणा, प्रो. एलपी पुरोहित, डा. हेमवती नन्दन, डा. रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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