उत्तराखण्ड का लाल बेहद कमर्ठ और साहसिक व्यक्तित्व का धनी था-श्रीमहंत हरिगिरि
हरिद्वार। तमिलनाडू के कन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी समेत अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत पर संत समाज ने भी गहरा शोक जताया है। संतो ने इसे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने इसे देश के लिए अत्यधिक दुःखद बताया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने इसे देश के लिए बड़ी क्षति बताया है। अखाड़ा परिषद के महामंत्री एवं श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि हादसा पूरे देश के लिए दुखद है। उत्तराखण्ड के साथ साथ देश ने एक कमर्ठ सैन्य अधिकारी को असमय हमसे छीन लिया है। उन्होने कहा कि देश के पहले सीडीएस जनरल रावत एक कुशल सैन्य अधिकारी थे,जो लगातार देश के सीमा की रक्षा के लिए सैना के तीनों अंगो को मजबूत बनाने के कार्यो में जुटे हुए थे। वे कुशल रक्षा रणनीति कार के साथ साथ साहसिक व्यक्तित्व के धनी थे। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने जनरल विपिन रावत को उत्तराखण्ड का लाल बताते हुए कहा कि उनके आकस्मिक निधन से उत्तराखण्ड वासियों के साथ साथ देशवासी हतप्रभ है। जनरल रावत के आकस्मिक शहीद होने पर कई अन्य संतो,श्रीमहंतो ने भी शोक जताया है।
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