हरिद्वार। हरिद्वार से गुरुकुल कांगड़ी विवि में पांच दिवसीय हर्बल फार्मुलेशन (उत्पाद) प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलपि प्रो. रूप किशोर ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने गुरु से सीखे गए च्यवनप्राश एवं चूर्ण बनाने के फार्मुले को मंत्र के माध्यम से समझाकर मंत्र मुग्ध कर दिया। जिसे उन्होंने बचपन मे गुरुकुल में रहते हुऐ सिखा था। कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि यह एक सुखद क्षण है कि हर्बल उत्पादन के क्षेत्र में छात्रों के कौशल को निखारने का कार्य इन पांच दिनों में कार्यशाला के माध्यम से किया जाएगा। जिसका लाभ छात्रों को जीवन के आने वाले समय में निश्चित तौर पर मिलेगा। प्रो. आरसी दूबे, डारेक्टर आईक्यूएसी एवं डीन शोध ने प्रतिभागियों को औषधीय पौधों के महत्व एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। प्रो. मुकेश कुमार ने प्रतिभागियों को ट्रेनिंग प्रोगाम के उद्देश्य एवं उपयोगिता से अवगत कराते हुए औषधीय एवं संगद पौधों द्वारा अच्छे स्वास्थ्य एवं लंबी आयु को बनाए रखने के महत्व को समझाया। इस अवसर पर विभाग के सभी शिक्षक डॉ. केके गुप्ता, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. विनित कुमार विश्नाई, डॉ. हरीश चन्द्रा, डॉ. चिरंजीव बनर्जी, डॉ. पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, अमरीश कुमार, अरूण कुमार, शिव कुमार, मनोज सिंह, गुरुप्रीत सिंह, कमल कुमार एवं शोध छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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